प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना:2021

Pradhan Mantri Atmanirbhar Swasth Bharat Yojna:


वाराणसी से की गई स्वस्थ भारत योजना की शुरुआत

5200  करोड़ रूपए से भी अधिक विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया 

हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाना है मकसद

उत्तर प्रदेश के 9 मेडिकल कॉलेजों का उद्घाटन



25 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उत्तर प्रदेश के दौरे के दौरान वाराणसी से प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना(PMASBY) की शुरुआत की गई। 

पूरे भारत में स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए यह योजना सबसे बड़ी योजना है।



इस योजना का मुख्य उद्देश्य शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाओं और क्रिटिकल केयर सुविधाओं में कमियों को सुधारना है और 33 सार्वजनिक स्वास्थ्य इकाइयों को भी मजबूत करना है ताकि समय रहते आपात स्थितियों तथा महामारी के प्रकोप के प्रभाव का पता लगाया जा सके, और समय पर जांच और उसकी रोकथाम भी की जा सके।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य आने वाली स्वास्थ्य आपात स्थितियों से निपटने के लिए आवश्यक प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मियों को भी तैयार करना है।

केंद्र द्वारा प्रायोजित योजना के तहत अधिकतर ऐसे जिलों को सुविधाएं दी जाती हैं जो पिछड़े हुए हो और जहां सुविधाएं उपलब्ध नहीं है। इस योजना का उद्देश्य स्वास्थ्य कर्मियों की उपलब्धता में वृद्धि करना तथा राज्यों के मेडिकल कॉलेजों के भौगोलिक असंतुलन में सुधार करना और जिला अस्पतालों की मौजूदा संरचना का प्रभावी ढंग से उपयोग करना है।

पूरे देश में लगभग 157 मेडिकल कॉलेज मंजूर किए गए हैं। जिनमें से 63 मेडिकल कॉलेज पर कार्य जारी है। 



इस योजना के अनुसार चिन्हित किए गए 10 प्रमुख राज्यों के 17,788 ग्रामीण स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों को बेहतर बनाया जाएगा। साथ ही लगभग सभी राज्यों में 11,024 हेल्थ सेंटर भी खोले जाएंगे।

5 लाख से अधिक आबादी वाले जिलों में गहन चिकित्सा (क्रिटिकल केयर) सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी और अन्य जिलों में रेफरल सेवाएं शुरू की जाएंगी।

इस योजना के तहत इंटीग्रेटेड हेल्थ इनफॉरमेशन पोर्टल के माध्यम से सभी राज्यों की सरकारी लैब को भी जोड़ा जाएगा।

सभी जिलों में एकीकृत सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशाला स्थापित की जाएंगी 

PMASBY के तहत स्थापित किए जाने वाले संस्थान

"One Health" के लिए एक राष्ट्रीय संस्थान 

वायरोलॉजी के लिए 4 नए राष्ट्रीय संस्थान

9 जैव सुरक्षा स्तर III प्रयोगशालाएं

WHO दक्षिण-पूर्व ऐशिया क्षेत्र के लिए एक क्षेत्रीय अनुसंधान प्लेटफार्म 

देश के अलग-अलग क्षेत्रों 5 नए क्षेत्रीय राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र भी स्थापित किए जाएंगे

स्रोत: PIB








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