वर्ष 2024 का पहला चंद्रग्रहण: जानिए कब और क्यों होता है चंद्रग्रहण?

वर्ष 2024 का पहला चंद्रग्रहण (Lunar eclipse) : जानिए कब और क्यों होता है चंद्रग्रहण?



वर्ष 2024 का पहला चंद्र ग्रहण 25 मार्च को लगेगा (Chandragrahan 2024 Date and Time) चंद्रग्रहण का समय 25 मार्च 10:30 पर शुरू होगा और 3:02 तक रहेगा इसकी कुल अवधि 4 घंटे 36 मिनट है। लेकिन इस वर्ष का ये पहला चंद्रग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा।

किन किन देशों में देखा जा सकता है चंद्रग्रहण?
2024 का पहला चंद्रग्रहण भारत में दृश्यमान नहीं होगा। इसे अमेरिका, जापान, रूस के कुछ हिस्सों, इटली, स्पेन, पुर्तगाल तथा अयारलैंड में देखा जाएगा।

चंद्रग्रहण कब और कैसे लगता है?

चंद्रग्रहण एक खगोलीय घटना है। यह तो हम सभी जानते हैँ कि ब्रह्मांड में पृथ्वी और अन्य ग्रह सूर्य की परिक्रमा करते हैं। जबकि चंद्रमा पृथ्वी की परिक्रमा करता है। यानि सभी ग्रह सूरज का चक्कर लगाते हैं और चन्द्रमा पृथ्वी का चक्कर लगाता है। सूर्य की परिक्रमा के दौरान पृथ्वी सूर्य और चन्द्रमा के बीच आ जाती है। तब पृथ्वी की छाया चन्द्रमा पर पड़ती है। चन्द्रमा के जिस भाग पर पृथ्वी की छाया पड़ती है उस भाग पर अंधेरा छा जाता है। उस समय धरती से चन्द्रमा को देखने पर हमें वह भाग काला दिखाई देता है जिसे चन्द्रग्रहण कहा जाता है।

चंद्र ग्रहण को कैसे देखा जा सकता है?

चंद्रग्रहण को देखने के लिए अक्सर टेलिस्कोप का इस्तेमाल किया जाता है इसे नग्न आंखों से भी देखा जा सकता है। यानि चंद्रग्रहण को देखने के लिए सूर्य ग्रहण की तरह किसी खास उपकरण की आवश्यकता नहीं होती।

चंद्रग्रहण के प्रकार:-

चंद्रग्रहण तीन प्रकार के होते है आंशिक चंद्रग्रहण, पूर्ण चंद्रग्रहण, उपछाया चंद्रग्रहण।

आंशिक चंद्रग्रहण:- 

जब पृथ्वी, चन्द्रमा और सूर्य के बीच आ जाती है। तब सूर्य का प्रकाश चन्द्रमा तक पूर्ण रूप से नहीं पहुंच पाता है। उसे आंशिक चंद्रग्रहण कहा जाता है। इसमें पृथ्वी की छाया चन्द्रमा को पूरी तरह से ढके बिना ही कम हो जाती है।

पूर्ण चंद्रग्रहण:-
पूर्ण चंद्रग्रहण उस समय होता है जब पृथ्वी, सूर्य और चन्द्रमा के बीच होती है और सूर्य से चन्द्रमा पर पड़ने वाले प्रकाश को पूरी तरह से रोक लेती है। तब पृथ्वी की छाया धीरे-धीरे चन्द्रमा पर पड़ती है और उसे पूरी तरह ढक लेती है। इसी वजह से चन्द्रमा का रंग लाल भी दिखाई देता है। इसे ब्लड मून भी कहा जाता है।

उपछाया चंद्रग्रहण:-

उपछाया चंद्रग्रहण उस समय होता है पृथ्वी, सूर्य और चन्द्रमा के बीच होती है और चन्द्रमा पर पृथ्वी की एक हल्की सी छाया पड़ती है जिसकी वजह से चन्द्रमा थोड़ा धुंधला दिखाई देता है।









 

कोई टिप्पणी नहीं

Blogger द्वारा संचालित.