क्या है 'नेट ज़ीरो' एमीशन : G20 सम्मलेन 2021

क्या है 'नेट ज़ीरो' एमीशन: 2070 तक भारत करेगा नेट ज़ीरो का लक्ष्य पूरा।



हाल ही में ग्लासगो में हुए COP 26 सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक नया शब्द LIFE सामने रखा है। यानि Life Style For Invironment.

प्रधानमंत्री ने इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए पांच अमृत तत्व यानि पंचामृत का सिद्धांत रखा है।

नेट ज़ीरो एमीशन क्या है?

नेट ज़ीरो का अर्थ होता है प्रति वर्ष उत्सर्जित होने वाली ग्रीन हाउस गैसों को अन्य वैकल्पिक तरीकों से संतुलित करना। अर्थात एक ऐसी अर्थव्यवस्था को तैयार करना जिसमें फॉसिल फ्यूल तथा कार्बन उत्सर्जन करने वाली अन्य वस्तुओं का स्तेमाल ना के बराबर किया गया हो।

जब कोई कंपनी प्रतिवर्ष निश्चित मात्रा में कार्बन उत्सर्जित करती है तो उसके पास उस कार्बन को ऑब्जर्व करने का भी उपाय होना चाहिए सरल भाषा में कहा जाए तो यदि आप किसी निश्चित मात्रा में कार्बन उत्सर्जन कर रहे हैं तो आपको उतनी ही मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड ऑब्जर्व करने के लिए पेड़-पौधे लगाने होंगे। इसे ही नेट ज़ीरो उत्सर्जन कहा जाता है।


नेट एमीशन नेगेटिव

यदि किसी देश में कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन करने से ज्यादा कार्बन डाइऑक्साइड ऑब्जर्व करने के स्रोत उपलब्ध है तो उस देश का नेट एमिशन नेगेटिव आएगा।

दुनिया में सिर्फ 'भूटान' और 'सुरीनाम' दो ऐसे देश हैं जिनका नेट एमिशन नेगेटिव है। इसका मुख्य कारण यह है कि इन देशों में अधिक हरियाली है और जनसंख्या बहुत कम है।

नेट जीरो क्यों महत्वपूर्ण है?

हाल ही में हुए G20 सम्मेलन में धरती का तापमान स्तर 1.5 तक सीमित रखने की बात कही गई है।

विशेषज्ञों के अनुसार ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन की वजह से धरती का तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है संभावना जताई जा रही है कि वर्ष 2050 धरती का तापमान 2 डिग्री तक बढ़ जाएगा ऐसा होने से बड़े ग्लेशियरों के पिघलने का खतरा है। यदि ऐसा होता है तो धरती पर कई जगहों पर भीषण अकाल जैसे सूखा और विनाशकारी बाढ़ तथा समुद्र के किनारे बसे शहरों के डूब जाने की आशंका है।

क्या है नेट ज़ीरो फार्मूला

नेट ज़ीरो फॉर्मूले के अनुसार किसी भी देश को कार्बन उत्सर्जन कम करने का टारगेट नहीं दिया जाता बल्कि इसमें कार्बन उत्सर्जित करने वाले स्रोत और कार्बन ऑब्जर्व करने वाले स्रोतो के बीच में संतुलन बनाना होता है।

नेट ज़ीरो फॉर्मूले पर भारत के पांच सिद्धांत

हाल ही में हुए G20 सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेट ज़ीरो से सम्बंधित अपना पूरा प्लान पंचामृत के नाम से पेश किया है।

1. भारत 2030 तक नॉन फॉसिल ऊर्जा को 500 गीगाबाईट तक लाएगा।

2. वर्ष 2030 तक भारत अपनी 50% ऊर्जा आवश्यकताओं को रिन्यूएबल एनर्जी से पूरा करेगा।

3.  वर्ष 2030 तक कुल प्रोजेक्टेड कार्बन एमीशन का 1 बिलियन कम करने का लक्ष्य रखा गया है।

4. वर्ष 2030 तक भारत अपनी अर्थव्यवस्था की कार्बन इंटेंसिटी को 45% तक काम करेगा।

5. वर्ष 2070 तक भारत अपने नेट जीरो लक्ष्य को हासिल करेगा जबकि चीन 2060 तक तथा अमेरिका ने 2050 तक का लक्ष्य रखा है।















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