कृषि उड़ान योजना 2.0
कृषि उड़ान योजना 2.0 कैसे मिलेगा किसान को फायदा।
पिछले वर्ष 2020-2021 के बजट पेश करने के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस योजना की घोषणा की थी।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कृषि उड़ान 2.0 (उड़े देश का आम नागरिक) योजना की शुरुआत की इस योजना से किसानों का सबसे बड़ा फायदा यह है कि अब उन्हें अपने उत्पाद को बेचने के लिए एक जगह से दूसरी जगह ले जाने में दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
वर्तमान समय में किसानों को अपने उत्पाद को बेचने के लिए एक जगह से दूसरी जगह ले जाने में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है ऐसे में कई बार बाजारों तक पहुंचते-पहुंचते फसलें भी खराब हो जाती है। किसानो कि इसी समस्या का समाधान करने के लिए प्रधानमंत्री कृषि उड़ान योजना की शुरुआत की गई है। जिसके तहत कृषि उत्पादों को हवाई मार्ग के द्वारा लाने ले जाने की सुविधा दी जाएगी।
कृषि उड़ान योजना 2.0 की विशेषताएं
1. इस योजना के तहत किसानों को परिवहन की दिशा में सहायता मिलेगी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य कृषि मूल्य श्रृंखला में स्थिरता और लचीलापन लाना है।
2. कृषि उत्पादन और हवाई परिवहन के बीच बेहतर एकीकरण स्थापित किया जाएगा।
3. इस योजना के तहत मालवाहको और P2C विमानों को लैंडिंग, पार्किंग, TNLC, RNFC के लिए शुल्क में पूरी छूट भी दी जाएगी।
4. चयनित किए गए हवाई अड्डों पर माल ढुलाई से संबंधित बुनियादी ढांचे को भी सुदृढ़ किया जाएगा।
5. योजना के अंतर्गत राज्यों को ATF (Air Turbine Fuel) पर बिक्री कर को 1% तक कम करने के लिए समर्थन और प्रोत्साहन दिया जाएगा।
6. कृषि उड़ान योजना के प्रथम चरण में 53 हवाई अड्डों का चयन किया गया है।
हब और स्पोक मॉडल
हब और स्पोक मॉडल और फ्रेट ग्रिड के विकास को सुगम बना कर जनजाति और पहाड़ी जिलों पर ध्यान केंद्रित करते हुए श्रीनगर, लेह, नागपुर, रांची और रायपुर आदि हवाई अड्डों पर कार्गो से संबंधित बुनियादी ढांचे को मजबूत किया जाएगा
हब और स्पोक मॉडल एक प्रकार से वितरण पद्धति को दर्शाता है जिसमें एक केंद्रीकृत हब होता है।
अन्य प्रमुख बिंदु
अगस्त 2020 में उड़ान योजना के प्रथम चरण की शुरुआत कृषि उत्पादों के परिवहन में किसानों की सहायता करने के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय हवाई मार्ग को बेहतर करने के लिए की गई थी।
कृषि उड़ान योजना के दूसरे चरण में पूर्वोत्तर राज्यों, पहाड़ी क्षेत्रों और आदिवासी क्षेत्रों में खाद्य उत्पादों के परिवहन की खराब स्थिति पर ध्यान देते हुए इस योजना को लागू किया गया है।
चुने गए 53 हवाई अड्डे क्षेत्रीय घरेलू बाजार तक पहुंच प्रदान करने के साथ-साथ उन्हें देश के अंतरराष्ट्रीय गेटवे से भी जोड़ते हैं।
ज्योतिरादित्य एम सिंधिया ने कहा "यह योजना कृषि क्षेत्र के लिए विकास के नए रास्ते खोलेगी और कृषि उपज की आपूर्ति श्रृंखला लॉजिस्टिक और उसके परिवहन में आने वाली बाधाओं को दूर करके किसानों की आय को दोगुना करने के लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद करेगी"
स्रोत:- पीआईबी
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