ऑपरेशन ब्लू फ्रीडम - (Operation Blue Freedom): Team CLAW
ऑपरेशन ब्लू फ्रीडम: (Operation Blue Freedom) Team CLAW
हाल ही में केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री ने सियाचिन ग्लेशियर में विश्व रिकॉर्ड बनाने के लिए 'ऑपरेशन ब्लू फ्रीडम' को हरी झंडी दिखा दी है।
क्या है अभियान:-
भारत सरकार द्वारा सियाचिन ग्लेशियर (Siachen Glacier) पर चढ़ाई करने के लिए विकलांग लोगों की टीम का नेतृत्व करने के लिए टीम CLAW को प्रतिबंध दिए गए। जो कि विकलांग लोगों की टीम के लिए एक नया विश्व रिकॉर्ड होगा
इस अभियान को ऑपरेशन ब्लू फ्रीडम के तहत चलाया गया है। जिसका उद्देश्य विकलांग लोगों से जुड़ी धारणा जैसे दया, दान, और अक्षमता को तोड़ना है और इसे स्वतंत्रता गरिमा क्षमता के लिए फिर से बनाना है।
पहले 20 विकलांग लोगो की टीम को प्रशिक्षण के लिए चुना जाएगा और उसके बाद अंतिम अभियान को चुना जायेगा जिसमे कम से कम 6 लोगो को चुना जाएगा जो सियाचिन बेस कैंप से कुमार पोस्ट तक ट्रैकिंग करेंगे।
Operation Blue Freedom:-
ऑपरेशन ब्लू फ्रीडम को वर्ष 2019 में Team Claw द्वारा लांच किया गया था जिसका उद्देश्य दिव्यांग लोगों को आगे बढ़ाना है।
इसके अलावा दिव्यांग लोगों के लिए रोजगार से संबंधित समाधानो को क्रियान्वित करना है। और विकलांग लोगों से जुड़ी दया, दान और आज क्षमता की धारणा को खत्म करके फिर से उनकी गरिमा, स्वतंत्रता एवं क्षमता को लाना है।
Team CLAW:-
Team Claw पूर्व विशेष बल कमांडो का एक समूह है। यह भारतीय सेना के पैरा कमांडो और नेवल मरीन कमांडो होते हैं जिन्हें मार्कोस भी कहा जाता है।
इन कमांडो युद्ध के साथ-साथ अन्य कौशल भी रखते हैँ जैसे- पर्वतारोहण, स्कूबा डाइविंग, आपातकालीन चिकित्सा प्रक्रिया और स्काई डाइविंग आदि।
Team CLAW पूरे विश्व में अपना केंद्र स्थापित करने की प्रक्रिया में लगी हुई है जिसमें दिव्यांग लोग और विशेष बल कमांडो दिव्यांग व्यक्तियों और गैर दिव्यांग लोगों के लिए भी बेहतर जीवन बनाने के लिए कार्यों में अपना योगदान दे रहे है।
सियाचिन ग्लेशियर (Siachen Glacier):-
सियाचिन ग्लेशियर हिमालय में कराकोरम रेंज में स्थित है यहां पर भारत और पाकिस्तान के बीच के नियंत्रण रेखा समाप्त हो जाती है।
सियाचिन ग्लेशियर विश्व के गैर ध्रुवीय क्षेत्रों का सबसे बड़ा ग्लेशियर है तथा विश्व का सबसे ऊंचा युद्ध क्षेत्र भी है।
सियाचिन ग्लेशियर लद्दाख का हिस्सा है जो कि अब केंद्र प्रशासित प्रदेश में बदल चुका है।
वर्ष 1984 में "ऑपरेशन मेघदूत" के दौरान पूरा सियाचिन ग्लेशियर भारत के प्रशासनिक नियंत्रण में आ गया था।
स्रोत:- द हिन्दू
Post a Comment