संक्रमण से सुरक्षा के लिए भारत में एक और नवाचार

घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय यात्रा कोविड -19 संक्रमण के प्रसार का एक प्रमुख कारण है। 

यात्रा के दैरान यात्रियो के सामान कई लोगो के संर्पक में आते है। इससे वायरस का खतरा ओर बढ़ जाता है। 

यात्री के सामानो के माध्यम से संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए विज्ञान एंव प्रौधोगिकी विभाग, के स्वायत्त R&D  केंद्र। IARC (इंटरनेशनल एडवांस्ड रिसर्च सेंटर) फॉर पाउडर मेटलर्जी एंड न्यू मटीरियल्स (ARCI) हैदराबाद और वीहंत टेक्नोलॉजीज़ नोएडा, ने साथ मिलकर कृतिस्केन यूवी कीटाणु शोधन प्रणाली को विकसित किया 







कॉम्पैक्ट यूवीसी कन्वेयर सिस्टम कुछ ही सेकंड में कन्वेयर से गुजरने वाले सामान को कीटाणु रहित कर सकता है।

यह प्रणाली एयर पोर्ट, रेलवे और बस स्टेशन होटलो आदि में उपयोग के लिए उपयुक्त है।

यह प्रणाली कैसे काम करती है।


यूवीसी पर आधारित कीटाणुशोधन प्रणाली में शीघ्रता से कीटाणुशोधन की क्षमता होती है।

कीटाणु शोधन प्रक्रिया शुष्क और रसायन मुक्त होती है।

यूविसी प्रकाश जब संक्रमित सतह पर पड़ता है तो वायरस की आनुवंशिक तत्व पर असर होता है और इस तरह यह वायरस को बढ़ने से रोकता है। 

सामान को कीटाणुशोधन टनल में ले जाने के लिए एक मोटर युक्त कन्वेयर है जो वायरस को निष्क्रिय करने के लिए उपयुक्त विकिरण के साथ यूविसी प्रकाश (254 एन.एम) का उपयोग करता है। 


इस प्रणाली में स्तेमाल यूविसी लैंप संरक्षित है जिससे आस पास के क्षेत्र में कर्मचारियो या यात्रियो को कोई नुकसान नही है।
 
DST के सचिव प्रो. आशुतोष शर्मा ने कहा इस तरह के नवाचार वायरस के समय में यात्रा के सुरक्षित बना रहे है तथा स्वास्थ्य संबंधी चिंताओ को पूरी तरह से दूर करते हुए आर्थिक विकास में सहायता प्रदान कर रहे है। 

हाथ से संचालित किए जाने वाले मानक कीटाणुशोधन तकनीको की तुलना में प्रणाली के तहत 8 सेकंड के अंदर सामान को कुशलता से कीटाणुरहित जा सकता है।

सावधानी:

यूविसी प्रणाली के चालू रहने पर कोई भी मानविय हस्तक्षेप नही करना चाहिए।

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